कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा को प्रोसेस करने, स्टोर करने, और उसका उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए करता है। यह एक संगठित तरीके से इनपुट डेटा को प्रोसेस करता है और उसे आउटपुट डेटा में बदल देता है।
कंप्यूटर विभिन्न कार्यों को सरलता से और तेजी से करने में मदद करता है, जैसे कि गणना, डेटा संग्रहण, ग्राफिक्स डिज़ाइनिंग, वेब ब्राउज़िंग, गेमिंग, और और भी अनेक कार्यों को। कंप्यूटर तबादला गया है और आजकल कई प्रकार के होते हैं, जैसे कि व्यक्तिगत कंप्यूटर, लैपटॉप, सर्वर, सुपरकंप्यूटर, टैबलेट, और स्मार्टफोन। कंप्यूटर के मुख्य घटक होते हैं: केंद्रीय प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), मेमोरी, इनपुट डिवाइस, स्टोरेज डिवाइस और आउटपुट डिवाइस।
कंप्यूटर का उपयोग आज के समय में हर क्षेत्र में होता है, चाहे वो विज्ञान, गणित, व्यापार, संग्रहण, मनोरंजन, शिक्षा, या किसी अन्य कार्य के लिए हो। इसके साथ ही, इंटरनेट के आगमन से कंप्यूटर ने आपसी जुड़ाव और संचालन को भी बदल दिया है, और आजके दौर में हम सभी इसके आधार पर आधारित जीवन जीते हैं।
कंप्यूटर के भाग (Parts of the Computer)
कंप्यूटर में अनेक भाग होते हैं, जो एक-दूसरे से जुड़े होते हैं और एक साथ काम करते हैं। इनमें से कुछ भाग कंप्यूटर द्वारा काम किए जाने के लिए आवश्यक हैं। अन्य भाग, कंप्यूटर पर काम करने को और भी मजेदार तथा प्रभावी बनाते हैं।
कंप्यूटर के मूलभूत तत्व इस प्रकार है:
■ मॉनीटर
■ कीबोर्ड
■ माउस
■ सिस्टम यूनिट

नोट :— कंप्यूटर से जुड़े कीबोर्ड, प्रिंटर, माउस आदि जैसे भाग पैरीकैरल कहलाते हैं। कंप्यूटर के वे भाग, जिन्हें आप छू और महसूस कर सकते हैं, कंप्यूटर हार्डवेयर कहलाते हैं।
अकेले हार्डवेयर के साथ कंप्यूटर कोई काम करने योग्य नहीं है। यह ऐच्छिक रूप से कार्य करेगा या नहीं यह निर्धारित करने के लिए इसे निर्देशों की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर की शब्दावली में कार्य करने के लिए निर्देशों के सेट को प्रोग्राम कहा जाता है और एक या एक से अधिक संबंधित प्रोग्राम सॉफ्टवेयर कहलाते हैं।
इनपुट उपकरण (Input Devices)
चूंकि इनपुट का संदर्भ कंप्यूटर को दी जाने वाली जानकारी से है, इसलिए इनपुट उपकरण; वह उपकरण है, जिसका उपयोग कंप्यूटर को जानकारी देने के लिए किया जाता है। कुछ सामान्य इनपुट उपकरण हैं, माउस, कीबोर्ड और स्कैनर।
■ माउस —माउस का उपयोग मॉनीटर पर दिखाई गई चीजों को इंगित (प्वॉइंट) और – चयन (सिलेक्ट) करने के लिए किया जाता है। यह बायां माउस बटन क्लिक या डबल क्लिक करके किया जा सकता है। कई बार आपको दाया माउस बटन भी प्रयोग करना पड़ता है।

■ कीबोर्ड— कीबोई एक टाइपराइटर की तरह दिखाई देता है और इसका उपयोग कंप्यूटर को जानकारी देने के लिए किया जाता है। कोबोर्ड से जो कुछ भी टाइप किया जाता है, मॉनीटर पर दिखाई देता है।

■ स्कैनर— स्कैनर एक इनपुट उपकरण है। इसका उपयोग किसी फोटो या पिक्चर की हू-ब-हू प्रतिलिपि बनाने के लिए किया जाता है, जो कि मॉनीटर पर दिखाई देती है।

■ लाइट पैन– लाइट पैन, एक प्वॉइंटिंग उपकरण है, जो स्क्रीन पर विकल्प की ओर केवल प्वॉइंट करके विकल्प को सिलैक्ट करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसके शीर्ष (टिप) पर एक फोटो संवेदी (फोटो डिटैक्टर) होता है। बिंदु विशेष पर प्वॉइंट किए जाने पर यह फोटो डिटैक्टर चमक (ब्राइटनेस) में परिवर्तन को दर्ज करता है।

आउटपुट उपकरण (Output Devices)
चूंकि आउटपुट का संदर्भ उस जानकारी से हैं, जो आप कंप्यूटर से प्राप्त करते हैं, इसलिए आउटपुट उपकरण, वह उपकरण है जिसके माध्यम से कंप्यूटर आपको जानकारी प्रदान करता है। कुछ आउटपुट उपकरण इस प्रकार हैं, मॉनीटर, प्रिंटर और स्पीकर।
■ मॉनीटर:— यह टीवी की तरह दिखाई देता है। मॉनीटर को विजुअल डिसप्ले यूनिट (VDU) भी कहा जा सकता है। इसका उपयोग जानकारी प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। VDU दो प्रकार के हो सकते हैं, श्वेत व श्याम (ब्लैक एंड व्हाइट) या रंगीन (कलर ) ।
डुयॉल मॉनीटर:-कंप्यूटर सिस्टम को एक से अधिक मॉनीटरों के साथ जोड़ा जा सकता है। इस प्रकार के मॉनीटर, डुयॉल मॉनीटर कहलाते है। डुयॉल मॉनीटर सिस्टम में या तो अतिरिक्त वीडियो कार्ड होता है या फिर एक से अधिक पोर्ट के साथ एक वीडियो कार्ड होता है।

■ प्रिंटर – प्रिंटर आपको कंप्यूटर से जानकारी, कागज पर हस्तांतरित करने देता है।

■ स्पीकर —स्पीकर आउटपुट डिवाइस हैं। जब आप कार्टून फिल्म देख रहे हों, फिल्म – मॉनीटर पर दिखाई देती है लेकिन आपको पात्र बोलते हुए तभी दिखाई देंगे, जब आपके पास सिस्टम से जुड़े स्पीकर होंगे।

इनपुट / आटपुट उपकरण (Input /Output Device)
■ टच स्क्रीन – टच स्क्रीन एक इनपुट / आउटपुट उपकरण है। इसका उपयोग इनपुट प्राप्त करने के साथ-साथ आउटपुट देने के लिए भी किया जाता है। किसी विकल्प विशेष से संबंधित जानकारी देखने के लिए उपयोगकर्ता (यूज़र) को स्क्रीन पर वह विकल्प छूना होता है।
कंप्यूटर के उपयोग (Uses of Computer)
अनेक क्षेत्रों में कंप्यूटरों का उपयोग बहुतायत के साथ किया जाता है। कप्यूटरों का उपयोग कार्टून फिल्में बनाने से ले कर अंतरिक्ष अनुसंधान तक में किया जाता है। आज के सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों ने लोगों को वे काम करने में सक्षम बना दिया है, जिन्हें करने के लिए कभी विशेष कुशलताओं की आवश्यकता होती थी। लेखन, संपादन, प्रूफ पढ़ने, आर्ट वर्क करने, संख्याएं जोड़ने, ग्राफ व चार्ट बनाने, जानकारी का ब्योरा रखने और भी बहुत कुछ करने में सहायता करने वाले सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं। घरों में टीवी और वीडियो रिकॉर्डर जैसी मशीनों में छोटे छोटे कंप्यूटर लगे हुए हैं। गाड़ियों में कंप्यूटर ईंधन के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं, इस तरह गाड़ियों की माइलेज बढ़ाते हैं। अब आप इनमें से कुछ उपयोगों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1.एयरलाइंस और रेलवे
अब एयरलाइंस और रेलवे में ऑन-लाइन टिकटिंग का प्रावधान है। रिकॉर्ड किए गए मैसेज हमें की गई बुकिंग की स्थिति के बारे में बताते हैं और रेलों व विमनों की समय सारणी के बारे में बताते हैं। यहां तक कि कुछ सिनेमा हॉलों के पास कंप्यूटरीकृत (कंप्यूटराइज्ड) आरक्षण काउंटर हैं और टिकटों को हाथ से नहीं बनाना पड़ता। यह टिकटें जल्द जारी करने में सहायता करता है।
2.अस्पताल
अस्पतालों में कंप्यूटरों का उपयोग मैडिकल नैदानिक मशीनों जैसे कि CAT स्कैन और अल्ट्रासाउंड में किया जाता है, जो डॉक्टरों को स्वतः विश्लेषण और परिणाम निकालने में सहायता करती हैं। अल्ट्रासाउंड मशीनों का उपयोग मनुष्य के शरीर के बारे में जानने के लिए किया जाता है। CAT मशीनों को उपयोग कैंसर का पता लगाने और शरीर को खोले बिना ही शल्य चिकित्सा (सर्जरी) करने के लिए किया होता है।
मेडिसिन में अनेक सॉफ्टवेयर विकसित किए गए हैं, जो रोग के लक्षणों, मेडिकल इतिहास और रोगी के प्रयोगशाला परीक्षणों का विश्लेषण करते हैं तथा फिजिशियन को निदान के लिए सुझाव देते हैं।
3.मनोरंजन
कंप्यूटर कई तरीकों से हमारा मनोरंजन भी करते हैं। पत्रिकाओं, टेलीविजन और विज्ञापनों में कंप्यूटर इमेजिज़ का उपयोग किया जाता है। कंप्यूटर की सहायता से कार्टून फिल्में बनाई जाती हैं।कंप्यूटरों का उपयोग स्पेशल इफैक्ट्स जोड़ने के लिए भी किया जाता है, विशेष रूप से एक्शन फिल्मों में कंप्यूटरों का उपयोग स्टीरियो सिस्टम पर डिजिटाइज्ड साउंड बनाने और डिजिटली रिकॉर्ड की गई एनकोडिड लेजर डिस्क से एनिमेटिड फीचर बनाने के लिए भी होता है। ‘अनाद्दीन और लायन किंग इसके कुछ उदाहरण हैं। बाज़ार में उपलब्ध कंप्यूटर गेम्स हमारी मोटर, तार्किक और विश्लेषणात्मक कुशलताओं को बढ़ाने में सहायक हैं।
4.दूरसंचार
अब कंप्यूटरों का उपयोग देश भर में दूरसंचार के लिए बहुतायत से होता है। इंटरनेट और ई-मेल के आने से लोग दुनिया भर में जानकारी का आदान-प्रदान कुछ ही सेकेंड में कर लेते हैं।
5.व्यवसाय और उद्योग
आज अधिकांश व्यवसाय, कंप्यूटर की सहायता से चलते हैं। संगठन और औद्योगिक घराने डाटा और जानकारी को स्टोर करने के लिए कंप्यूटरों का उपयोग करते हैं। सही व्यवसायिक निर्णय लेने लिए स्टोर किए गए डाटा का विश्लेषण किया जाता है। गोदाम और दुकानें, कंप्यूटरों का उपयोग अपने स्टॉक की इंवेंट्री के लिए करते हैं। यह सामान की आवश्यकता की भविष्यवाणी करने में सहायता करता है और सामग्री की आवश्यकता के रुझानों को समझने में भी मदद करता है। दुकानदार, अपने ग्राहकों को कंप्यूटर से बना बिल देने को प्राथमिकता देते हैं। व्यावसायिक घराने में अकाउंटिंग के उद्देश्य से बहुतायत में कंप्यूटरों का उपयोग करते हैं। अधिकाश ऑफिसों में, सैक्रेटरी पत्र बनाने के लिए कंप्यूटरों का उपयोग करते हैं।
6.शिक्षा
कंप्यूटर प्रोग्राम या अनुप्रयोग (एप्लीकेशन) विभिन्न स्तरों पर शिक्षा में सहायता के लिए उपलब्ध है सरल योग या वाक्य रचना सिखाने से ले कर उच्च स्तर के कैल्कुलस तक के लिए। शिक्षक ग्रेडों का रिकॉर्ड रखने के लिए और नोट्स बनाने के लिए कंप्यूटरों का उपयोग करते हैं। कंप्यूटर नियंत्रित, प्रोजेक्शन यूनिटों की मदद से वे अपने भाषण (लैक्चर) में ग्राफिक, साउंड और एनिमेशन जोड़ सकते हैं। क्लासरूम लर्निंग में पूरक के लिए में कंप्यूटरों को उपयोगी शैक्षणिक सहायता के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह इसलिए संभव है क्योंकि स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले लगभग सभी विषयों के लिए मल्टीमीडिया तकनीक पर आधारित प्रोग्राम उपलब्ध हैं। (मल्टीमीडिया ऑडियो, पाठ्य (टैक्स्ट), पिक्चर वीडियो और साउंड का ताल-मेल है)।
7.वैज्ञानिक अनुसंधान
कंप्यूटरों का उपयोग विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिक संस्थानों में विशेष उद्देश्यों लिए किया जाता है। वैज्ञानिक परिकलनाएं (साईंटिफिक कैल्कुलेशंस), जिनमें बहुत समय लगता है और बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता होती है; अब कंप्यूटरों से की जाती हैं। भौतिक शास्त्र, रसायन,आण्विक विज्ञान, जीवविज्ञान,अनुवांशिकी और मैडिसिन के अनुसंधान और डाटा विश्लेषण में अब उपयुक्त विस्तार हुआ है।
8.औद्योगिक उपयोग
उद्योगों में, कंप्यूटरों द्वारा उत्पादन की योजना तैयार की जा सकती है, लागू की जा सकती है और नियंत्रित भी की जा सकती है। प्रत्येक उपकरण (ड्रिल, आरी आदि) के काम को निर्देश देने के लिए और असेंबली मशीनों को चलाने के लिए, जोकि मोटर कारों के भागों, बिजली के उपकरणों और मकैनिकल सामान को जोड़ती हैं, यहां तक कि गाड़ी को पूरा करती हैं, कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। रसायन और तेल शोधन उद्योग में मानवीय हस्तक्षेप के बिना प्रक्रियाओं को नियंत्रित और निगरानी रखने के लिए कंप्यूटरों का उपयोग किया जा सकता है। कंप्यूटरों का उपयोग करते हुए रसायनिक संयत्र को नियंत्रित करना अधिक सुरक्षित और दक्ष है।
डेस्कटॉप पब्लिशिंग (DTP) ने समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की डिजाइनिंग को तुलनात्मक रूप से बहुत आसान बना दिया है। गलतियों को आसानी से ठीक करने की सुविधा के साथ पूरे टैक्सट को टैपों पर रखा जा सकता है। ऊर्जा संयंत्रों में मेहनत वाले और बहुत समय लेने वाले कार्य, जिनमें जटिल क्रियाकलाप होते थे और कड़ी समय सीमा का पालन करना होता था, कंप्यूटरों की मदद से किए जा सकते हैं। बिजली की खपत के लिए कंप्यूटर से बिल बनाना भी बड़े पैमान पर उपयोग में है।
इंजीनियरिंग के किसी काम को डिज़ाइन करना जैसे विमान, जलपोत, पुल कंप्यूटर की सहायता से किया जाता है। यह सहायता करता है कि प्रस्तावित डिजाइन के सभी भाग संतुष्टिदायक हैं या नहीं। यदि किसी प्रकार के फेर बदल आवश्यक हो और किसी प्रकार की गणनाएं आवश्यक हो, तो कंप्यूटर इन वैकल्पिक कार्यों को जल्द और अधिक सटीक से पूरा कर सकता है। इससे बहुत से समय की बचत होती है और डिज़ाइन को आगे विकसित करने सेपहले तकनीकी और मानवीय त्रुटियां होने की संभावना नहीं रहती है। कंप्यूटरों का उपयोग इलैक्ट्रॉनिक सर्किटों को डिज़ाइन करने में सहायक के रूप में भी होता है।