हेल्लो दोस्तों क्या आपको भी हिंदी ग्रामर में वर्ण किसे कहते(What is the characters in hindi) है ये नहीं पता| ये बिलकुल आम बात सी है जिन्हों ने कभी भी हिंदी ग्रामर नहीं पढ़ा है |हम इस आर्टिकल की मदद से वर्ण किसे कहते है पूरी सरल भाषा में जानेंगे |
इससे पहले बात कर लेते है की हम इसे जान के क्या करेंगे , हमें क्या मिलेगा ? तो ऐसा मै भी पहले सोचता था पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है इससे हमें स्कूल के एग्जाम में ये प्रश्न बनाने में मदद मिलता है जिससे हम अच्छे नम्बर ला सकते है और आगे जब हम अपनी पूरी पढाई कर लेंगे तब हमें इसकी जरुरत प्रतियोगिता परीक्षा में होगी|इस आर्टिकल को हम ज्यादा लम्बा नहीं करेंगे |

देखते है की
वर्ण किसे कहते है ?
भाषा के द्वारा मनुष्य अपने भावो -विचारो को दुसरो के समक्ष प्रकट करता है तथा दुसरो के भाव विचारो को समझता है | आरम्भ में किसी बात को सुरक्षित रखने का एक ही साधन था याद रखना| अपनी भाषा को सुरक्षित रखने, उसे नेत्रों के लिए दृश्यमान बनाने और भावी संतति के लिए स्थान और काल की सीमा से निकाल कर अमर बनाने की ओर मनुष्यों का धयान गया| वर्षो बाद मनुष्यों ने यह अनुभव किया की उनकी भाषा में जो ध्वनिया प्रयुक्त हो रही है, उनकी संख्या निश्चित है और इन ध्वनियो के योग से शब्दों का निर्माण हो सकता है | बाद में इन्ही उच्चारित ध्वनियो के लिए लिपि में अलग –अलग चिन्ह बना लिए गए , जिन्हें वर्ण कहते है | इस प्रकार जिन ध्वनियो के संयोग से शब्दों का निर्माण होता है , वे वर्ण कहलाते है | जैसे की अ,इ,उ,क,ख,ग इत्यादि
वर्णों के समूह या समुदाय को वर्णमाला कहते है | हिंदी में वर्णों की संखया 45 है |
संस्कृत वर्ण माला में एक और स्वर ऋ है | इसे भी सम्मलित कर लेने पर वर्णों की संख्या 46 हो जाती है |
इसके अलावा हिंदी में अं , ड , ढ और अंग्रेजी से आगत आँ ध्वनिया प्रचलित है|
वर्ण माला में कितने भाग है ? Varn mala ke kitne prakar hai :-
दोस्तों हम साथ में ये भी जान लेते है की इसके भाग या प्रकार सिर्फ दो ही होते है –
1. स्वर
2. व्यंजन
1. स्वर :- जिन ध्वनियो के उच्चारण में हवा मुख –विवर से अबाध गति से निकलती है , उन्हें स्वर कहते है| स्वर दो प्रकार के होते है – ज्यादा जाने
2. व्यंजन:- जिन ध्वनियो के उच्चारण में हवा मुख – विवर से अबाध गति से नहीं निकलती तथा उसमे अवरोध भी होता है ,व्यंजन कहलाता है |
सामान्यता व्यंजन 6 प्रकार के होते है – ज्यादा जाने