हेलो दोस्तों क्या आप भी प्रवेश परीक्षाओ की तैयारियां कर रहे है या फिर करना चाहते है तो आप सही जगह में आय है इस आर्टिकल में आपको भाषा बोध क्या होता है इसके बारे में बताएँगे
भाषा बोध (Language Acquisition) :-
एक मनोविज्ञानिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने पुरे जीवन काल में भाषा को सीखने, बोलने और समझने की कोसिस करता है। यह प्रक्रिया नवजात शिशु से लेकर वयस्क तक सभी उम्र के लोग करते है। भाषा बोध एक संविधानिक और नियमित प्रक्रिया होती है जो भाषा के सूक्ष्मता से लेकर सामान्यतः श्रवण (सुनना ), बोलना, पढ़ना और लिखना जैसी चार मुख्य कौशलों को समझने और उन्हें अपने अनुभवों और अपने जीवन से जोड़ने में मदद करती है।
भाषा बोध दो भागों में होता है:
प्राकृतिक भाषा बोध (Natural Language Acquisition) और
अधिगमित भाषा बोध (Second Language Acquisition)।
1. प्राकृतिक भाषा बोध: यह वह प्रक्रिया है जिसमें बच्चे अपनी मातृभाषा या अपनी घरेलू वातावरण में बोले जाने वाली भाषा को सीखते हैं। इस प्रक्रिया में शिशु अपने परिवार, दोस्त, और समाज में उपस्थित रहकर लोगों के माध्यम से भाषा के प्रवेश, संवाद, समझदारी, और उत्प्रेरणा के नियम सीखते हैं।
2. अधिगमित भाषा बोध: यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए है जो एक नई भाषा सीखना चाहते हैं जो उनकी प्राकृतिक भाषा से अलग होती है। इसमें लोग विदेशी भाषा या दूसरी राज्यीय भाषा को सीखते हैं। अधिगमित भाषा बोध के लिए विभिन्न शिक्षा तकनीक और मेथड होते हैं, जैसे कक्षाएं, संवाद समूह, भाषा के लिए खेल, और इमर्शन प्रोग्राम।
भाषा बोध के द्वारा हम विचारों को व्यक्त करते हैं, सामाजिक संबंध बनाते हैं, ज्ञान और अनुभव साझा करते हैं, और समाज में सम्मिलित होते हैं। यह व्यक्ति के सामाजिक और मानसिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है ।
इस आर्टिकल में आपको भाषा के बारे में अच्छी जानकारी मिली होगी | आप इसे नोट कर लीजिये अपनी कॉपी में प्रवेश परीक्षा के लिए आपको बहुत मदद मिलेगा |